पंजाब चुनाव के पहले ही पंजाब के CM Charanjit Singh channi की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है, CM चरणजीत सिंह चन्नी ( CM Charanjit Singh Channi) के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी (Bhupinder Singh Honey ) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध रेत खनन के मामले में लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार की शाम जालंधर से गिरफ्तार कर लिया. ED आज दोपहर 12 बजे भूपिंदर सिंह को जालंधर कोर्ट में पेश करने वालीं है. इस गिरफ्तारी पर भाजपा (BJP) ने प्रतिक्रिया अपनी दी है.
बीजेपी के प्रवक्ता अनिल सरीन ने इस बारे में कहा कि कानून और ED दोनो ही अपना काम करती है. उन्होंने दावा किया कि जब छापेमारी की गई थी तब छापे में 10 करोड़ कैश और 56 करोड़ की संपत्तियां बरामद की गई थी.
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि हम पहले भी कह रहे थे अवैध रेत खनन में Cm channi भी शामिल है. कांग्रेस के आरोपों पर अनिल सरीन ने जवाब दिया कि वो राजनैतिक बदले की बात तब कहते जब छापेमारी में कुछ मिलता नही. उन्हें सामने आकर पंजाब की जनता को इस पर जवाब देना चाहिए.
अनिल सरीन ने ये भी कहा कि सीएम चन्नी पंजाब की जनता को खुद बताएं कि उनके रिश्तेदार के पास जो cash और सामान मिला है वो कहां से आया है. कांग्रेस, चरणजीत सिंह चन्नी को CM face बनाएगी या नहीं, इस सवाल पर बीजेपी (BJP) नेता ने ये कहा कि यह उन का आपसी मामला है वह किसे सीएम फेस (CM FACE)बनाएंगे.
अपको बता दे कि पंजाब मे चुनाव 20 फरवरी को होने है ऐसे में CM के एक रिशतेदार की गिरफ्तारी के बाद पंजाब कि सियासत मे काफ़ी हलचल मची हुई है. Punjab के CM ने अभी तक इस मामले पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भूपिंदर सिंह हनी को ED ने 23 जनवरी को जालंधर दफ्तर तलब किया लेकिन खराब तबीयत की हवाला देकर वो नहीं पहुंचे. इसके बाद 3 फरवरी को उन्हें फिर तलब किया गया था और पूछताथ के बाद ED ने उनको गिरफ्तार किया.
पूरा मामला कुछ यूं है कि कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (इस) ने पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी के रिश्तेदार भूपिंदर सिंह के यहां अवैध बालू के खनन के सिलसिले में छापेमारी की. ED ने मोहाली स्थित होमलैंड सोसायटी के जिस घर पर छापेमारी की गई वह CM चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी का था.
बता दें ED ने साल 2018 में कुदरत दीप सिंह के खिलाफ भी बालू खनन का मामला दर्ज किया था जिसमें भूपिंदर सिंह हनी का नाम भी था. ED की कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत की जा रही है.