दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal को मनीष सिसोदिया ने जन्मदिन की शुभकामना दी है। साथ ही, उन्होंने इस अवसर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें सीएम की राजनीतिक रुचि का चित्रण किया गया है। उन्होंने दावा किया कि उन्हें अपने महान मित्र पर गर्व है।
16 अगस्त को दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal का जन्मदिन है। वे अपने जन्मदिन पर पहली बार जेल में हैं। उन्हें पूर्व उपमुख्यमंत्री और कैबिनेट में उनके साथी रहे मनीष सिसोदिया ने जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें सीएम की राजनीतिक रुचि की झलकियां हैं। आप नेता का कहना है कि उन्हें ऐसे देशभक्त और क्रांतिकारी नेता पर गर्व है जिसने तानाशाही के सामने घुटने टेकने की बजाय जेल जाना चुना है।
सिसोदिया ने एक्स पर लिखा, “देश में चल रही तानाशाही के खिलाफ सबसे कठिन लड़ाई लड़ने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री, मेरे परम् प्रिय मित्र और राजनैतिक गुरु, अरविंद केजरीवाल जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं।” हमें गर्व है कि हम देशभक्त और क्रांतिकारी नेता के सैनिक हैं हमें गर्व है कि हम एक ऐसे देशभक्त और क्रांतिकारी नेता के सिपाही हैं जिसने तानाशाह के सामने घुटने टेकने के बजाय जेल जाना चुना। अरविंद केजरीवाल के रूप में आज देश का लोकतंत्र जेल में कैद हैं।
शराब घोटाले में हैं बंद
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार और शराब घोटाले के मामले में जेल में हैं। 21 मार्च को ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। बाद में सीबीआई ने भी उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर जांच एजेंसी से जवाब मांगा और अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया। उन्हें पहले 12 जुलाई को ED केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। सीबीआई मामले में आप संयोजक को राहत नहीं मिली है, इसलिए आप संयोजक फिलहाल जेल में हैं।
राजनीतिक सफर का प्रदर्शन
अरविंद केजरीवाल 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के सिवनी में जन्मे थे और 1989 में आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। IIT की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें टाटा स्टील में नौकरी मिली। 1993 में वह नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। 1995 में उन्हें इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) में नियुक्त किया गया था। 2011 में केजरीवाल ने अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में भाग लिया। बाद में उन्होंने आम आदमी पार्टी की स्थापना की। उन्हें पहली बार विधानसभा चुनाव में जनता का आशीर्वाद मिला। सरकार बनाने लायक सीटें हालांकि नहीं मिली। इसलिए उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई, जो बहुत लंबी नहीं चली। पार्टी ने इसके बाद हुए दो विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल की और सत्ता पर काबिज हुई।