दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal ने बताया कि उनका झगड़ा केंद्र सरकार से क्यों है। कहा कि सच्चाई की राह पर चलना आसान नहीं होता है।
Arvind Kejriwal ने कहा कि हमारे से पहले की जो सरकारें थीं, हम भी उसी तरह चलते तो हमारा भी झगड़ा नहीं होता।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बताया कि केंद्र सरकार से उनका विवाद क्यों और किन मुद्दों पर है। कहा कि सच्चाई की राह पर चलना आसान नहीं होता है। कुछ लोगों का कहना है कि आप से पहले की सरकारें केंद्र से झगड़ा नहीं करती थीं। केजरीवाल ने कहा कि हमारे से पहले की जो सरकारें थीं, हम भी उसी तरह चलते तो हमारा भी झगड़ा नहीं होता।
केजरीवाल ने पहले की सरकारों को लेकर कहा कि उनकी लड़ाई इसलिए नहीं होती थी, क्योंकि उन्होंने कुछ किया ही नहीं। अगर हम भी बैठे रहें, कुछ ना करें, तो हमारी भी लड़ाई नहीं होगी। हम काम कर रहे हैं, इसलिए विवाद है। कहा कि मनीष सिसोदिया ने स्कूल ठीक किए इसलिए वो जेल गए। सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लीनिक बनाए इसलिए वो जेल गए। मैंने बिजली फ्री की, इतने सारे काम किए इसलिए जेल गया। अगर हम भी काम न करें, पैसे कमाएं और ऊपर वाले के साथ मिल बांटकर खाएं…ये तो व्यवस्था चल ही रही थी। इसी व्यवस्था को तो खत्म करने आए हैं।
केजरीवाल ने कहा कि हमारा किसी भी व्यक्ति या पार्टी से शत्रुता नहीं है। हमें पूरी व्यवस्था बदलनी है। केजरीवाल ने फरिश्ते योजना को फिर से शुरू करने का प्रश्न उठाया। इस योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को निजी या सरकारी अस्पताल में तुरंत लाना होगा।
पूर्व सीएम ने कहा कि अगर दिल्ली में किसी का भी एक्सीडेंट होता है तो कोई उसकी मदद नहीं करता। इसके दो कारण हैं। पहली बात यह है कि लोगों को लगता है कि पुलिस केस होगा और दूसरा यह है कि जिस अस्पताल में मैं पहले जाऊंगा, वह पैसे मांगेगा। दिल्ली सरकार की इस योजना में सहयोग करने वालों से कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा और उनसे धन जुटाने को कहा जाएगा। दिल्ली सरकार सारा खर्च उठाएगी।