महिला मेडिकल टेस्ट: साल में एक बार हर महिला को ये महत्वपूर्ण जांच कराना चाहिए: जानें कैसे बचें गंभीर बीमारियों से

महिला मेडिकल टेस्ट: 30-35 साल की उम्र के बाद हर महिला को साल में एक बार ये जरूरी मेडिकल टेस्ट जरूर कराना चाहिए। जानिए विटामिन D, थायराइड, शुगर, PCOS और PaP Smear जैसे महत्वपूर्ण जांच के बारे में और गंभीर बीमारियों से कैसे बचें।
महिला मेडिकल टेस्ट: स्वस्थ और सक्रिय जीवन के लिए महिलाओं के लिए सालाना हेल्थ चेकअप बेहद जरूरी है। खासकर 30-35 साल की उम्र के बाद महिलाओं को अपने शरीर की नियमित जांच करानी चाहिए ताकि किसी भी गंभीर बीमारी का पता समय रहते चल सके और सही इलाज शुरू हो सके। जानिए कौन-कौन से टेस्ट हर महिला को साल में कम से कम एक बार जरूर करवाने चाहिए।
महिलाओं के लिए जरूरी मेडिकल टेस्ट
1. विटामिन D और विटामिन B12 टेस्ट:
विटामिन D3 और विटामिन B12 की कमी से थकान, कमजोरी, बाल झड़ना, मूड स्विंग्स और कमजोर इम्यूनिटी हो सकती है। इसलिए हर महिला को सालाना एक बार ये टेस्ट जरूर कराना चाहिए।
2. थायराइड और कोर्टिसोल टेस्ट:
T3, T4, TSH और कोर्टिसोल टेस्ट तनाव, मेटाबॉलिज्म और मूड संबंधी समस्याओं को जांचने के लिए जरूरी हैं। इन टेस्ट से थायराइड की खराबी का समय पर पता चलता है।
3. शुगर, कोलेस्ट्रॉल और आयरन टेस्ट:
फास्टिंग ब्लड शुगर, HbA1c, लिपिड प्रोफाइल (LDL, HDL, ट्राइग्लिसराइड्स) और आयरन स्टडीज (फेरिटिन, TIBC) से डायबिटीज, हार्ट से जुड़ी समस्याएं और एनीमिया की जानकारी मिलती है।
4. कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC) टेस्ट:
यह टेस्ट शरीर में एनीमिया, इंफेक्शन और इम्यून सिस्टम की स्थिति का पता लगाता है।
5. पीसीओएस टेस्ट:
LH, FSH, प्रोलैक्टिन और टेस्टोस्टेरोन टेस्ट से PCOS के लक्षणों की जांच की जाती है, जो महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है।
6. PaP Smear और HIV टेस्ट:
PaP Smear हर 3 साल में और HIV टेस्ट हर 5 साल में करवाना चाहिए। साथ ही, ब्रेस्ट एग्जामिनेशन खुद से महीने में एक बार और क्लीनिक में साल में एक बार जरूर कराएं।
क्यों जरूरी है सालाना मेडिकल टेस्ट?
महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को लेकर लापरवाह हो जाती हैं, लेकिन समय पर जांच कराना कई जानलेवा बीमारियों से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। सही समय पर बीमारी का पता लगने पर इलाज भी आसान और प्रभावी होता है।
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डॉक्टर की सलाह भी जरूरी
हालांकि ये टेस्ट सामान्य तौर पर 30-35 साल के बाद सालाना कराना फायदेमंद होता है, फिर भी किसी भी स्वास्थ्य समस्या के संदर्भ में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य और जरूरत के अनुसार टेस्ट की सूची और आवृत्ति बता सकते हैं।
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