Education Minister Atishi: दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी कोचिंग योजना में 100 सीटें बढ़ा दी हैं। शिक्षा मंत्री आतिशी ने बच्चों से बातचीत के दौरान इसकी घोषणा की।
Education Minister Atishi: दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी कोचिंग योजना के माध्यम से स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को डॉक्टर-इंजीनियर बनाने का लक्ष्य पूरा कर रही है। नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के 300 विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम के माध्यम से शीर्ष कोचिंग संस्थानों में फ्री शिक्षा के लिए चुना जाता है।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रसिद्ध संस्थानों में निःशुल्क कोचिंग ले रहे छात्रों से बातचीत की, उनके कोचिंग अनुभवों को जानने और उनका उत्साह बढ़ाने के लिए। इस दौरान, उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। सरकार अपने लक्ष्यों को कभी भी धन की कमी से नहीं रोकेगी। हमने इस स्कीम को शुरू किया क्योंकि सीएम अरविंद केजरीवाल का लक्ष्य है कि हर परिवार का बच्चा आगे बढ़े और अपने सपने पूरे करे।
मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी कोचिंग योजना में लड़कियों को आगे बढ़ने का पूरा अवसर मिलेगा, इसलिए आतिशी ने कहा कि अगले सत्र से 100 और सीटें मिल जाएंगी। दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों के लिए एनरोल बच्चे योजना का उदाहरण हैं। हमने अपना काम पूरा किया है, अब विद्यार्थियों की बारी है। उन्हें अपना लक्ष्य पूरा करना चाहिए और दुनिया को बताना चाहिए कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे किसी से कम नहीं हैं।
स्टूडेंट्स ने सीएम अरविंद केजरीवाल का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि इस कोचिंग के कारण अब कोचिंग की महंगी लागत की चिंता नहीं है और हम अपनी पढ़ाई में पूरा ध्यान दे सकते हैं। डॉक्टर-इंजीनियर बनने के हमारे सपने को लाखों रुपये की कोचिंग की लागत ने रोका था। लेकिन, इस बाधा को मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी कोचिंग योजना ने दूर किया है।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि टैलेंट अमीरी या गरीबी नहीं देखता; एक टैलेंटेड बच्चा किसी भी घर में पैदा हो सकता है। लेकिन, कभी भी पैसों की कमी बच्चों के टैलेंट के आड़े नहीं आए, इसलिए ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस स्कीम की शुरुआत की।
आतिशी ने कहा कि एनरोल कार्यक्रम के तहत दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों के लिए एक उदाहरण हैं। जेईई-नीट की परीक्षा में सफल होना आपके लिए नहीं, बल्कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ रहे लाखों बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है।