मंगलवार सुबह ही चंडीगढ़ में बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर दिखने लगा। बिजली को लेकर शहर के कई सेक्टरों में हाहाकार मचा हुआ है। बिजली सप्लाई एक – एक करके कई सेक्टर में बंद हो रही है। लोगों के घरों में बिजली के साथ ही पानी सप्लाई भी बंद हो चुकी है। सेक्टर-17 में बिजली कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने भी शहर में बिजली कर्मियों की हड़ताल पर संज्ञान लिया है। बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को उच्च न्यायलय जस्टिस अजय तिवारी ने तलब किया है। बुधवार को मामले में कल सुनवाई होगी।
शिकायतों की भरमार कंट्रोल रूम में लगी हुई है। फोन उठाना भी अधिकारियों ने बंद कर दिए हैं। बिजली आने का जल्द ही लोगों को आश्वासन दिया जा रहा है। पुलिस जवानों को सेक्टर-19 के बिजली कंप्लेंट दफ्तर के बाहर तैनात कर दिया गया है। कई सेक्टरों में संपर्क सेंटर बंद करने पड़ गए हैं। लाइट न होने की वजह से इन संपर्क सेंटरों को भी कामकाज ठप हो गया है।
शहर के कई इलाकों में मंगलवार सुबह से ही बिजली चली गई। रात 12 बजे के बाद सेक्टर-22, 33, 34, मनीमाजरा व अन्य जगह भी बिजली चली गई। वहां बिजली अभी तक नहीं आई है। 72 घंटों की पूर्णत: हड़ताल पर बिजली कर्मचारी हैं। 12 बजे रात के बाद से ही कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए।
रात 12 बजे के बाद से ही इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 और 2 में बिजली नहीं है। पूरा सिस्टम चरमरा गया है। प्रशासन से इंडस्ट्रियलिस्ट ने आग्रह किया है कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था अगले दो दिन के लिए करे।