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एनसीसी रैली में बोले पीएम मोदी: एयरफोर्स में देश की बेटियाँ फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं

नई दिल्ली : आज एनसीसी की रैली को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। जब युवा देश इस तरह के ऐतिहासिक उत्सव का साक्षी बनता है तो उसके उत्सव में अलग ही उत्साह दिखता है।

पीएम मोदी बोले,मुझे गर्व है कि मैं भी कभी आपकी तरह ही एनसीसी का सक्रिय कैडेट रहा हूँ।मुझे एनसीसी में जो ट्रेनिंग मिली, जो जानने सीखने को मिला, आज देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में मुझे उससे असीम ताकत मिलती है।आज जब देश नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है, तब देश में एनसीसी को मजबूत करने के लिए भी हमारे प्रयास जारी हैं।इसके लिए देश में एक हाई लेवेल रिव्यू कमेटी की स्थापना की गई है।पिछले दो सालों में हमने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में 1 लाख नए कैडेट्स बनाए हैं।

अब देश की बेटियाँ सैनिक स्कूलों में एड्मिशन ले रही हैं।
सेना में महिलाओं को बड़ी जिम्मेदारियाँ मिल रही हैं।
एयरफोर्स में देश की बेटियाँ फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं।
ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि एनसीसी में भी ज्यादा से ज्यादा बेटियाँ शामिल हों।आज इस समय जितने भी युवक-युवतियां NCC में हैं, NSS में हैं, उसमें से ज्यादातर इस शताब्दी में ही पैदा हुए हैं।आपको ही भारत को 2047 तक लेकर जाना है।इसलिए आपकी कोशिशें, आपके संकल्प, उन संकल्पों की सिद्धि, भारत की सिद्धि होगी, भारत की सफलता होगी।

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आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जिस देश का युवा, राष्ट्र प्रथम की सोच के साथ आगे बढ़ने लगता है, उसे कोई दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती।आज खेल के मैदान में, भारत की सफलता भी इसका एक बड़ा उदाहरण हैं।आजादी के अमृतकाल में, आज से लेकर अगले 25 वर्ष, आपको अपनी प्रवृतियों को, अपने कार्यों को देश के विकास के साथ, देश की अपेक्षाओं के साथ जोड़ना हैं।

साथ ही पीएम मोदी ने आह्वान करते हुए कहा- सभी युवा, वोकल फॉर लोकल के अभियान में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।अगर भारत के युवा ठान लें कि जिस चीज के निर्माण में किसी भारतीय का श्रम लगा है, किसी भारतीय का पसीना बहा, सिर्फ वही चीज इस्तेमाल करेंगे, तो भारत का भाग्य बदल सकता हैं।

आज एक ओर डिजिटल टेक्नोलॉजी और इन्फॉर्मेशन से जुड़ी अच्छी संभावनाएं हैं, तो दूसरी ओर मिस इन्फोर्मेशन के खतरे भी हैं।हमारे देश का सामान्य मानवी, किसी अफवाह का शिकार न हो ये भी जरूरी है।NCC कैडेट्स इसके लिए एक जागरूकता अभियान चला सकते हैं।जिस स्कूल-कॉलेज में NCC हो, NSS हो वहां पर ड्रग्स कैसे पहुंच सकती है! आप कैडेट के तौर पर खुद ड्रग्स से मुक्त रहें और साथ ही साथ अपने कैंपस को भी ड्रग्स से मुक्त रखें।आपके साथी, जो NCC-NSS में नहीं हैं, उन्हें भी इस बुरी आदत को छोड़ने में मदद करिए।

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