रोजगार मेला 2025: पीएम मोदी ने 51,000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, बोले – अब भर्ती “बिना पर्ची, बिना खर्ची”

पीएम मोदी ने रोजगार मेला 2025 में 51,000 से अधिक युवाओं को बिना पर्ची और बिना खर्ची नियुक्ति पत्र सौंपे। जानिए कैसे यह पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आ रही है।

रोजगार मेला 2025: युवाओं को सरकारी नौकरियों में पारदर्शी और मेरिट-बेस्ड भर्ती प्रक्रिया के तहत अवसर देने के लिए केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। शनिवार को देशभर के 47 शहरों में रोजगार मेले (Rozgar Mela 2025) का आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र (Appointment Letters) वितरित किए।

सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता का भरोसा

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “बिना पर्ची, बिना खर्ची” के सिद्धांत पर आधारित इस भर्ती प्रक्रिया ने देशभर के युवाओं में यह विश्वास कायम किया है कि अब सरकारी नौकरी सिर्फ योग्यता के आधार पर मिल सकती है। उन्होंने कहा कि यह अभियान ईमानदारी और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा बदलाव लाया है।

Also Read: https://newz24india.com/pm-modi-to-distribute-over-51000-appointment-letters-on-12-july-2025/

युवाओं की ताकत से देश की गति को मिलेगा बल

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्त किया गया है, वे आने वाले समय में भारत की विकास यात्रा को और अधिक गति देंगे। चाहे रक्षा हो, आर्थिक समावेशन, उद्योग, या जनकल्याण – सभी क्षेत्रों में ये युवा “सबका साथ, सबका विकास” के संकल्प के सच्चे वाहक बनेंगे।

राष्ट्र सेवा को बताया सर्वोपरि

पीएम मोदी ने कहा, “आपके विभाग भले ही अलग-अलग हों, लेकिन आप सभी का उद्देश्य एक है – राष्ट्र सेवा। आप सभी भारत रूपी शरीर के आवश्यक अंग हैं, और आपकी भूमिका देश को आगे बढ़ाने में अहम है।” उन्होंने यह भी बताया कि आज सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार और सिफारिश की संस्कृति को खत्म किया जा रहा है।

रोजगार मेला 2025: लाखों युवाओं को मिल चुका है अवसर

केंद्र सरकार द्वारा आयोजित रोजगार मेला अभियान का उद्देश्य युवाओं को तेज, पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया के माध्यम से सरकारी नौकरियों में नियुक्त करना है। अब तक इस अभियान के तहत लाखों युवाओं को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्तियां मिल चुकी हैं, जो आज राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं।

For More English News: http://newz24india.in

Exit mobile version