ग्वालियर में शुरू हुआ दो दिवसीय रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव 2025
ग्वालियर में शुरू हुआ रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव 2025, निवेश, सांस्कृतिक धरोहर और अनुभवात्मक पर्यटन को बढ़ावा देने की नई पहल।
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा ग्वालियर में 29 और 30 अगस्त को रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस दो दिवसीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्वालियर–चंबल और सागर क्षेत्र की पर्यटन क्षमताओं को पहचानते हुए निवेश को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम “Timeless Gwalior: Echoes of Culture, Spirit of Legacy” थीम पर आधारित है और मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ी पहल मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बयान – “पर्यटन को मिलेगी नई दिशा”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह कॉन्क्लेव प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा देगा। उन्होंने आशा जताई कि इससे राज्य में निवेश के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय कलाकारों, कारीगरों एवं व्यवसायियों को लाभ होगा।
पर्यटन क्षेत्र में निवेश को मिलेगा बढ़ावा
कॉन्क्लेव के दौरान पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि होटल, रिसॉर्ट, वेलनेस और इको-टूरिज्म में Letter of Award (LOA) प्रदान किए जाएंगे। साथ ही ग्वालियर की मान सिंह तोमर यूनिवर्सिटी और कलाकारों के बीच MoU पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं का कौशल विकास सुनिश्चित किया जा सके।
सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की रणनीति पर मंथन
इस आयोजन में दो प्रमुख पैनल डिस्कशन रखे गए हैं। पहला सत्र “Tourism as a Cultural Bridge: Branding Gwalior and Heartland of MP” विषय पर केंद्रित होगा, जिसमें ग्वालियर की सांस्कृतिक धरोहर, संगीत और स्थापत्य कला को वैश्विक पहचान दिलाने की रणनीतियों पर चर्चा होगी। दूसरा सत्र “Gwalior & Chambal Rising – Inbound Appeal through Heritage, Luxury & Experience” पर केंद्रित होगा, जिसमें डेस्टिनेशन वेडिंग, लग्जरी स्टे और अनुभवात्मक पर्यटन जैसे उभरते आयामों को लेकर संवाद होगा।
नई परियोजनाओं का होगा शुभारंभ
कॉन्क्लेव के दौरान कई नई पर्यटन परियोजनाओं की शुरुआत भी की जाएगी। इनमें Delberto संस्था के साथ मिलकर हस्तशिल्प उत्पादों की मार्केटिंग के लिए विशेष ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा, जिससे ग्राहक सीधे कारीगरों से प्रामाणिक उत्पाद खरीद सकेंगे। इसके साथ ही इंडिगो एयरलाइंस और आगा खां फाउंडेशन के सहयोग से ग्वालियर किले का संरक्षण और इल्युमिनेशन कार्य शुरू किया जाएगा। फूल बाग में अनुभवात्मक पर्यटन प्रोजेक्ट और मान सिंह तोमर यूनिवर्सिटी में विकास कार्य भी इस पहल का हिस्सा हैं।
सांस्कृतिक संध्या और पर्यटन प्रदर्शनी
कॉन्क्लेव के पहले दिन आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्या में मध्य प्रदेश की लोककलाओं की शानदार प्रस्तुतियाँ देखने को मिलेंगी, जिसमें मैहर बैंड की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। साथ ही, एक विशेष पर्यटन प्रदर्शनी का आयोजन भी होगा, जिसमें पर्यटन स्थलों, होमस्टे, रिसॉर्ट्स, हैंडीक्राफ्ट्स, साहसिक गतिविधियों आदि को प्रदर्शित किया जाएगा। यह प्रदर्शनी निवेशकों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और उद्यमियों को पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं से जोड़ने का एक प्रभावी मंच प्रदान करेगी।
इन्फ्लुएंसर मीट और योग सत्र का आयोजन
कॉन्क्लेव के अंतर्गत इन्फ्लुएंसर मीट का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें ग्वालियर–चंबल क्षेत्र के लोकप्रिय डिजिटल क्रिएटर्स को अभिनेता फैसल मलिक से मिलने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, 30 और 31 अगस्त को ग्वालियर किले पर योग सत्र का आयोजन किया जाएगा, जो पर्यटन को वेलनेस टूरिज्म की दिशा में भी ले जाएगा।
FAM टूर के जरिए पर्यटन स्थलों से परिचय
प्रतिनिधियों और मेहमानों के लिए FAM Tour (Familiarization Tour) का आयोजन किया जाएगा, जिससे वे ग्वालियर और आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थलों का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकें। इस भ्रमण का उद्देश्य है कि वे क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्त्व को जानकर निवेश, प्रचार-प्रसार और पर्यटन विकास की संभावनाओं से जुड़ सकें।
एमपी टूरिज्म को मिलेगी नई ऊर्जा
ग्वालियर में आयोजित यह रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव 2025 न केवल मध्य प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को गति देगा, बल्कि स्थानीय समुदाय, कारीगरों, कलाकारों और निवेशकों को भी एक साझा मंच प्रदान करेगा। यह पहल ग्वालियर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
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