नेपाल में हिंसक आंदोलन के बीच भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ाई गई सुरक्षा, यूपी के जिलों में हाई अलर्ट
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध के बाद शुरू हुए आंदोलन के चलते भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यूपी के सीमावर्ती जिलों में एसएसबी और पुलिस ने चौकसी तेज कर दी है।
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के बाद भड़के युवा आंदोलनों के चलते भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश के नेपाल से सटे सात जिलों — बहराइच, बलरामपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत — में एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) और स्थानीय पुलिस ने चौकसी और गश्त तेज कर दी है।
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के बाद हालात तनावपूर्ण
नेपाल सरकार ने 3 सितंबर 2025 को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद नेपाल के कई शहरों में 18-30 वर्ष के युवाओं के नेतृत्व में प्रदर्शन शुरू हुए, जिनमें कुछ जगहों पर हिंसा भी देखने को मिली।
इस स्थिति को देखते हुए भारत की सीमाओं पर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। प्रशासन का फोकस है कि कोई अवांछनीय तत्व भारत में प्रवेश न कर सके और सीमा क्षेत्र में शांति बनी रहे।
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यूपी के बॉर्डर जिलों में निगरानी और गश्त तेज
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बलरामपुर के एसपी विकास कुमार ने बताया कि ड्रोन से निगरानी, फेस रिकॉग्निशन डिवाइस, और ANPR सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है।
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रूपईडीहा (बहराइच) में सीमा चौकियों की संख्या बढ़ाई गई है और श्वान दल और तकनीकी स्टाफ को तैनात किया गया है।
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सोनौली (महराजगंज) में वाहनों की आवाजाही सीमित की गई है, यात्रियों की ID जांच के बाद ही एंट्री दी जा रही है।
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गौरीफंटा (लखीमपुर खीरी) बॉर्डर पर भी सुरक्षा बल तैनात हैं और धीमी आवाजाही दर्ज की गई है।
सोशल मीडिया बैन का भारतीय नागरिकों पर असर
रूपईडीहा के चेयरमैन डॉ. उमाशंकर वैश्य ने बताया कि सोशल मीडिया बैन के कारण भारत में रहने वाले लोग अपने नेपाल में बसे रिश्तेदारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। भारतीय नागरिकों ने इसे “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला” बताया और कहा कि महंगे इंटरनेशनल कॉल्स अब एकमात्र जरिया रह गए हैं, जिससे संवाद में भारी बाधा आ रही है।
पर्यटक भी हो रहे प्रभावित
नेपाल के भैरहवां निवासी और ट्रैवल एजेंसी संचालक श्रीचन गुप्ता ने बताया कि कई भारतीय पर्यटक नेपाल में फंस गए हैं, जो कर्फ्यू और प्रतिबंधों के चलते वापस नहीं आ पा रहे। स्थानीय प्रशासन से सुरक्षित वापसी की अपील की जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
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पीलीभीत के डीएम ज्ञानेंद्र सिंह और एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि नेपाल सीमा से लगे सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है।
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सोनौली, श्रावस्ती और महराजगंज में भी सीसीटीवी और मोबाइल यूनिट्स के जरिए निगरानी की जा रही है।
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