Gallbladder Pathri: पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द? ये हो सकता है गॉलब्लैडर पथरी का संकेत, तुरंत कराएं अल्ट्रासाउंड
Gallbladder Pathri: पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द गॉलब्लैडर पथरी का संकेत हो सकता है। जानिए इसके लक्षण, कारण और सही इलाज के लिए कब और क्यों कराएं अल्ट्रासाउंड।
Gallbladder Pathri: अगर आपको पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में तेज या चुभने वाला दर्द महसूस होता है, जो पीठ या कंधे तक फैलता है और खासकर खाने के बाद बढ़ जाता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये लक्षण गॉलब्लैडर पथरी (Gallbladder Stones) की ओर इशारा कर सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, समय पर सही जांच और इलाज से इस गंभीर समस्या से बचा जा सकता है।
गॉलब्लैडर पथरी के लक्षण: कब समझें कि समस्या गंभीर है?
डॉ. पुनीत पुरी बताते हैं कि गॉलब्लैडर पथरी के प्रमुख लक्षणों में पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में लगातार दर्द सबसे सामान्य है। यह दर्द कभी-कभी सीने, पीठ या दाहिने कंधे तक फैल सकता है। इसके अलावा मरीज को मतली, उल्टी, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। कुछ मामलों में पीलिया, बुखार और ठंड लगना भी गॉलब्लैडर पथरी के संकेत होते हैं।
मुख्य लक्षण:
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पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में तेज दर्द
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पीठ या कंधे तक फैलता हुआ दर्द
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मतली और उल्टी
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अपच और पेट फूलना
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पीलिया (पीलापन)
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बुखार और ठंड लगना
गॉलब्लैडर पथरी के कारण
गॉलब्लैडर पथरी बनने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य हैं:
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उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर
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मोटापा और वजन बढ़ना
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हार्मोनल बदलाव
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तेल, तैलीय और मसालेदार भोजन का अधिक सेवन
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फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन
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पानी की कमी और लंबे समय तक उपवास
सही जांच और इलाज से पाएं राहत
अगर आपको गॉलब्लैडर पथरी के उपर्युक्त लक्षण महसूस हों, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लें।
जांच: अल्ट्रासाउंड गॉलब्लैडर पथरी की पुष्टि के लिए सबसे प्रभावी और सुरक्षित तरीका है।
इलाज: शुरुआती चरण में डाइट कंट्रोल और दवाओं से राहत मिल सकती है। लेकिन अगर पथरी बड़ी हो या बार-बार समस्या हो रही हो, तो लैप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी सर्जरी का विकल्प अपनाया जा सकता है।
गॉलब्लैडर पथरी से बचाव के लिए ये करें
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तेल और वसा युक्त भोजन का सेवन कम करें
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नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें
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फलों, सब्जियों और फाइबर से भरपूर आहार लें
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पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
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लंबे समय तक भूखे न रहें



