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ये है भारत के वॉरेन बुफे के भी ‘गुरु’, जाने देश के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति के बारे में ।

भारत के दिग्गज इन्वेस्टर्स और उद्योगपतियों में से एक राधाकिशन दमानी भारत के चौथे सबसे अमीरों में एक हैं ,रिटेल चेन डीमार्ट के मालिक हैं। उन्होंने साल 2002 में मुंबई के पवई इलाके में अपना पहला डीमार्ड स्टोर शुरु किया था आठ साल बाद यानी 2010 में डीमार्ट के 25 स्टोर खुल चुके थे .साल 2017 में कंपनी ने अपना Initial public Offer(IPO) लॉन्च किया और सार्वजनिक हो गई। इसके बाद इस कंपनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और कंपनी ने काफी तेजी से वृद्धि की और मार्केट में इसकी मजबूत पकड़ हो गई। दमानी मीडिया के बीच कम ही आते हैं ,साल 2020 में उन्हें अरबपतियों की वैश्विक सूची में 117वां स्थान मिल चुका है।

कौन है राधाकिशन दमानी?:-राधाकिशन दमानी का जन्म 1954 में मुंबई की एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था . दमानी का जन्म राजस्थान के बीकानेर में हुआ ।द दमानी के पिता का नाम शिवकिशनजी दमानी था .राधाकिशन के एक भाई हैं जिसका नाम गोपीकिशन है। राधाकिशन भाई गोपीकिशन और उनकी पत्नी भी हाइपरमार्केट को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। नके पिता शिवकिशनजी दमानी का भी शेयर बाजार के कारोबार में हिस्सा था। राधाकिशन की तीन बेटियां हैं। उनकी एक बेटी मंजरी चांडक ‘DMart’ की मैनेजर हैं।

राधाकिशन दमानी की शिक्षा कहाँ से हुई ? :-उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई में की, और फिर, उन्होंने खुद को मुंबई विश्वविद्यालय में दाखिला लिया । लेकिन कुछ कारणों से उन्होंने अपने कॉलेज के प्रथम वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी, जहां वे वाणिज्य से स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे। 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में राधाकिशन ने बहुराष्ट्रीय शेयरों में भारी निवेश किया और अंततः देश के प्रमुख शेयर बाजार निवेशकों में से एक बन गए।भारतीय निवेशक और व्यापारी राकेश झुनझुनवाला, जिन्हें “भारत का वॉरेन बुफे” माना जाता है, राधाकिशन को अपना गुरु मानते हैं।राधाकिशन दमानी ने 1980 के दशक में ‘दलाल स्ट्रीट’ पर उस समय एकल राज करने वाले मार्केट ऑपरेटर मनु मानेक को देखकर शेयर बाजार में खुद के अनुभव को समृद्ध किया।

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