Parshottam Rupala Controversey
गुजरात में बीजेपी उम्मीदवार Parshottam Rupala ने दिए गए बयान पर विवाद जारी है। मेवाड़ के दो राजपूत नेताओं ने अब इस विवाद पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।
गुजरात में बीजेपी के उम्मीदवार Parshottam Rupala ने दिए गए बयान पर बहस चल रही है। रूपाला को क्षत्रिय समाज ने विरोध किया है। बीजेपी के खिलाफ भी प्रदर्शन हो रहे हैं। रूपाला के बयान से प्रभावित राजपूत समाज ने बीजेपी को वोट नहीं देने की शपथ ली है। यही कारण है कि चित्तौड़गढ़ के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या और उदयपुर के वल्लभनगर से पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
राजपूत समाज के विधायक हैं। उन्होंने Parshottam Rupala की घोषणा की आलोचना की। आक्या ने विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस की साजिश बताया। उन लोगों ने Parshottam Rupala की घोषणा की आलोचना की।
‘राजपूत आंदोलन के पीछे कांग्रेस की साजिश’
आक्या ने कहा कि किसी भी समाज का बयान स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। चुनाव के समय वे हमारे पार्टी के लिए काम करते आए हैं और अभी भी कर रहे हैं। राजपूत समाज के कुछ सदस्यों को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ धरना प्रदर्शन में कांग्रेस से जुड़े लोग शामिल हैं। चुनाव के दौरान प्रत्याशी का टिकट काटना आम बात है। देश के अन्य उम्मीदवारों से क्या संबंध है। भिंडर ने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही क्षत्रिय समाज को भड़काया जा रहा है।
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या बोले
रूपाला का बयान क्षत्रिय समाज के लिए निंदनीय है। उनका कहना था कि राजस्थान को गुजरात से क्या लेना देना चाहिए। क्षत्रिय समाज विवेकपूर्ण है। उनका दावा था कि रूपाला के पीए को फोन किया गया था। राजपूत समाज की भावनाओं को समझाया है। रूपाला को चुनावी क्षेत्र से हटाने का आह्वान किया गया है। पीए ने विचार करने को कहा। राजपूत समाज ने बीजेपी को लोकसभा चुनाव में हराने की शपथ ली है।
फेसबुक और ट्विटर पर हमसे जुड़ें और अपडेट प्राप्त करें:
facebook-https://www.facebook.com/newz24india