एनकाउंटर में पुलिस की गोली से युवक की मौत, परिवार ने बताया हत्या, जमकर हंगामा
फरीदाबाद में पुलिस और युवकों के बीच हुई मुठभेड़ में एक युवक की मौत हो गई है। पुलिस दावा कर रही है कि मृतक पर लूट और झपटमारी के चार मामले दर्ज हैं। ग्रामीण और परिवारवालों ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताया और पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।
हाइलाइट्स
- पिता बोले-इतनो बड़ा बदमाश नाहो, जो यू मार दियौ
- बीके अस्पताल को पुलिस छावनी में तब्दील किया
- ग्रामीणों में भारी आक्रोश, मैजिस्ट्रेट की कार रोकी
- पुलिस के आला अधिकारियों ने हालात को संभाला
पेट में लगी गोली
इस पर पुलिस ने आलमपुर से सिलाखडी जाने वाली रोड पर कार को रुकने का इशारा किया। आरोप है कि कार सवारों ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की और फायर किए। सरकारी गाड़ी के बंपर पर दो गोलियों के निशान हैं। पुलिस ने फायर न करने व सरेंडर करने के लिए अनाउंसमेंट भी किया। आरोपी सिलाखड़ी से पावटा की तरफ भाग गए और पावटा गांव में पहुंचे, जहां पुलिस पार्टी पर फिर से फायरिंग की गई। पुलिस ने भी गोली चलाई, जो बब्लू के पेट में लगी।
पुलिस ने गांव के एक मंदिर के पास से घायल बब्लू और दो अन्य युवकों को काबू किया। बीके अस्पताल ले जाने पर वहां डॉक्टर ने बब्लू को मृत घोषित कर दिया। दो अन्य युवकों की पहचान अनूप उर्फ छलिया और अरविंद के रूप में हुई है। अनूप डबुआ कॉलोनी का निवासी है जबकि अरविंद राजीव कॉलोनी में रहता है।
भारी पुलिस फोर्स लगी
इस घटना को लेकर बीके अस्पताल पुलिस छावनी में बदल गया। पूरे जिले की पुलिस अस्पताल पहुंच गई। गांव में भी पुलिस टीम मुस्तैद रही। पीड़ित परिजन के अलावा ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया और कहा कि पुलिस ने बब्लू की हत्या की है। ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए डीसीपी नरेंद्र कादियान, एसीपी अमन यादव समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दी। ग्रामीणों की मांग पर पुलिस इसकी न्यायिक जांच करा रही है। ज्यूडिशल मैजिस्ट्रेट नौरंग शर्मा इसकी जांच करेंगे।
वॉन्टेड अपराधी था बब्लू
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि बब्लू पर हथियारों के साथ लूटपाट करने के अलावा तीन मामले झपटमारी के हैं। उसके खिलाफ मुजेसर, सारन व थाना सेक्टर 58 में रिपोर्ट दर्ज हैं। वह वॉन्टेड था। वहीं अनूप पर भाकरी गांव निवासी नरेश की हत्या का आरोप है। वह जेल में बंद था। कुछ दिन पहले वह बाहर आया था। अनूप ने अपने साथियों के साथ मिलकर 2019 में डबुआ सब्जी मंडी में नरेश की हत्या की थी। अरविंद पर एक्ससाइज एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज है।
पिता ने कहा, पैसे लेने भेजा था
बब्लू के पिता रमेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने उनके बेटे की हत्या की है। वह उनका इकलौता बेटा था। उन्होंने उसे मांगर गांव में पैसे लेने के लिए भेजा था। जब वह नहीं आया तो वह उसका इंतजार करने के बाद सो गए। रविवार सुबह पुलिस ने गांव के सरपंच वीरू को बब्लू के बारे में जानकारी दी। इसके बाद परिजनों को पता चला और फिर देखते ही देखते गांव में यह बात फैल गई। बब्लू के तीन बच्चे हैं। चार साल का बेटा शौर्य, तीन साल की बेटी इमली और करीब आठ महीने का बेटा अभिषेक हैं।