भारत में कोरोना वायरस ( Coronavirus in India ) और उसके नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ( Omicron Case in India ) के मामलों में देखी जा रही गिरावट के बीच अब इस बात की चर्चा भी शुरू हो गई है कि क्या संक्रमण की रफ्तार मंद पड़ गई है. यही नहीं चर्चा तो इस बात की भी जोरों पर हैं कि 23 जनवरी को कोरोना संक्रमण का पीक देखे जा सकता है. माना जा रहा है कि देश भर में इस दिन कोरोना के 7 लाख से ज्यादा केस दर्ज किए जा सकते हैं. ऐेसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि विशेषज्ञ जनवरी के अंत तक कोरोना का पीक आने का जो अनुमान लगा रहे थे, क्या वो गलत था?
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दरअसल, भारत में 24 घंटे के भीतर कोरोना के ढ़ाई लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,73,80,253 हो गई है. कोरोना केसों की इस संख्या में 8,209 मामले ओमिक्रॉन के मिले हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार देश के 29 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अभी तक ओमिक्रॉन के कुल 8,209 केस ही देखे गए हैं. हालांकि राहत की बात यह है कि 3,109 लोग ओमिक्रॉन को मात देखकर अपने घरों को लौट गए हैं.
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आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल के अनुसार फरवरी के लास्ट तक भारत में कोरोना वायरस की मौजूदा लहर करीब-करीब खत्म हो जाएगी. जबकि जनवरी के अंतिम सप्ताह में कोरोना संक्रमण का अपने पीक पर होगा.