Eye Twitching Causes: आंख फड़कने वजह हो सकती हैं ये बीमारी, बंद करने के लिए क्या करें? जानिए

Eye Twitching Causes: आंख फड़कना को अक्सर शुभ या बुरा मानते हैं। लेकिन आपको हैरान होगा कि ऐसा लंबे समय तक रहना कई बीमारियों का कारण भी हो सकता है। आंख फड़कने से बचने के लिए क्या करें और ऐसा क्यों होता है?
Eye Twitching Causes: भारत में आंख फड़कने को अशुभ और शुभ संकेत मानते हैं। कई बार लोगों को ये कहते सुना होगा कि आज दाईं या बाईं आंख फड़क रही है पता नहीं क्या अच्छा या बुरा होगा। ज्यादातर लोगों के बीच आंख फड़कने को लेकर ऐसी ही धारण है। लेकिन मेडिकल साइंस में कभी-कभी आंख फड़कना आम है। इसका कारण पलक की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। लंबे समय तक आंख फड़कने की समस्या होने पर कोई बीमारी भी हो सकती है। हाँ, आंख फड़कना भी एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
मेडिकल भाषा में आंखों के फड़कने को Myokymia कहते हैं। ऐसी स्थिति में आंखों की मांसपेशियां फड़कती और सिकुड़ती हैं। यह स्ट्रेस, आईस्ट्रेन, नींद की कमी या ज्यादा एल्कोहल लेने से हो सकता है। ऐसा कई बार विजन से जुड़ी समस्याओं के कारण भी हो सकता है। ज्यादा कैफीन लेने वाले लोगों के साथ अधिक हो सकता है। हालांकि इन वजहों से आंख फड़कती है तो ये कुछ देर बाद बंद भी हो जाती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार लगातार या कई दिनों तक आंख फड़कना भी एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। डॉक्टरों ने आंख फड़कने के तीन कारण बताए हैं।
आंख फड़कना किस रोग का लक्षण है?
आईलिड मायोकेमिया: इस स्थिति में अक्सर आंख फड़कती है। लेकिन काफी हल्की तरह से आंख फड़कती है। इसका कारण आपकी जीवनशैली में शामिल हो सकता है, जैसे स्ट्रेस, आंखों में थकान, ज्यादा कैफीन खाना, नींद नहीं लेना या ज्यादा समय तक कंप्यूटर और फोन का इस्तेमाल करना।
बिनाइन इसेन्शियल ब्लेफेरोस्पाज्म: इस बीमारी में आंखों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। यह पलक बंद करने में दर्द करता है। कभी-कभी आंखें सूख जाती हैं और धुंधली दिखती हैं। इससे भी आंख खोलना कठिन हो जाता है।
हेमीफेशियल स्पाज्म- इस बीमारी में आंख पर प्रेशर पड़ता है क्योंकि फेस का आधा हिस्सा सिकुड़ जाता है। इसमें पहले आंख की मसल्स, फिर गाल और फिर मुंह की मसल्स फड़कती हैं। नसों की सूजन भी इसका कारण हो सकती है। लंबे समय तक ऐसा करने से सर्विकल डिस्टोनिया, पार्किन्सन, डिस्टोनिया, मल्टीपल सेलोरोसिस और बैन पल्सी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आंख फड़कने को कैसे रोकें?
इसके लिए आंखों को शांत करना आवश्यक है। ठीक समय पर आई चेकअप करें। जब ड्राई आई हो तो आंखों में आई ड्रॉप डालें। हरी सब्जिया, फल और हेल्दी भोजन का अधिक सेवन करें और कैफीन को कम करें। तनाव दूर करें और भरपूर नींद लें।