
CM Bhagwant Mann: विद्यार्थियों को स्कूल में लैपटॉप देने की शुरुआत
पंजाब के CM Bhagwant Mann ने लुधियाना के जिला प्रशासन के डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को लैपटॉप देने की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य राज्य की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाना था।
CM Bhagwant Mann ने इस अवसर पर कहा कि यह खुशी की बात है कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा के माहौल में आवश्यक उपकरण मिल रहे हैं। उनका कहना था कि ये लैपटॉप सभी विद्यार्थियों की सुरक्षा और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा हैं। CM Bhagwant Mann ने बताया कि इस पहल के पहले चरण के तहत दिए जा रहे “प्राइम बुक 4जी” लैपटॉप विश्व में सबसे अच्छे हैं और विशेष रूप से विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बनाए गए हैं।
CM Bhagwant Mann ने कहा कि लुधियाना जिले के चौबीस सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को ये लैपटॉप ईआई और पीएल माइंडस्पार्क सॉफ्टवेयर मॉड्यूल से लैस हैं, जो विद्यार्थियों को व्यक्तिगत अनुकूल शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा कि इस नवीन परियोजना का लक्ष्य विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा तक पहुंच देना है, जिससे सभी पृष्ठभूमि के विद्यार्थी आधुनिक तकनीक से जुड़ सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ई.आई., पी.ए.एल. माइंडस्पार्क तकनीक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तक पहुंच देने के साथ-साथ विद्यार्थियों की व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार शिक्षा पर जोर देती है।
CM Bhagwant Mann ने कहा कि ये लैपटॉप टिकाऊ और किफायती होने के साथ-साथ सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम, नियंत्रित एक्सेस और डेटा एन्क्रिप्शन जैसे आधुनिक डिजिटल सुरक्षा मानकों से लैस हैं, जो सुरक्षित और सुचारू शिक्षण अनुभव सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता पर प्रशंसा हुई। CM Bhagwant Mann ने कहा कि वह हर संभव प्रयास करेंगे कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कॉन्वेंट स्कूलों के विद्यार्थियों की तरह व्यवहार कराया जाएगा।
इस समय डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने कहा कि यह पहल शिक्षा के परिणामों में सुधार लाने के लिए एक प्रयोगात्मक मॉडल पर आधारित है, जिसके तहत किफायती और उच्च विशिष्टताओं वाले लैपटॉप दिए जा रहे हैं। उनका कहना था कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को डिजिटल कौशल और ज्ञान प्रदान करेगा और उन्हें डिजिटल संसाधनों को शिक्षण प्रक्रियाओं में शामिल करने का अवसर देगा।
श्री जोरवाल ने कहा कि इस कदम से प्रशासन ने डिजिटल शिक्षा को विद्यार्थी-केंद्रित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुरक्षा प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।