स्वास्थ्य

 सुपरफूड पाउडर को Papaya के साथ मिलाकर खाएं, कब्ज को दूर करें!

वेबएमडी ने बताया कि Papaya पाचन के लिए अमृत है। पपीता में बहुत सारे फाइबर हैं, जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और आंतों की गतिविधि को बढ़ाते हैं।

कब्ज एक ऐसी पाचन समस्या है जिसमें व्यक्ति को स्कूल पास करना मुश्किल होता है। यह स्थिति होती है जब आंतों में कठोर या धीमा मल प्रवाह होता है। मल को हर दिन निकालना सामान्य है। कुछ लोगों को हफ्ते में तीन से चार बार मलमूत्र निकलता है; कम मात्रा में मलमूत्र निकलता है, कब्ज कहलाता है।

कब्ज के लक्षणों में कठोर मल और उसे निकालने में परेशानी होना, मल निकालने में दर्द होना, सूजन होना और पेट भर जाना शामिल हैं। कब्ज की बीमारी के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं, जैसे कम मात्रा में पानी पीना, फाइबरयुक्त भोजन करना और दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करना।

कब्ज का इलाज दवाओं से नहीं किया जाता है। यदि आप नियमित रूप से घंटों टॉयलेट में बैठते हैं और फिर भी आपको भूख नहीं लगती, तो पपीता का सेवन करें। पपीता फाइबर से भरपूर एक फल है जो कब्ज को दूर करता है, आंतों की गंदगी साफ करता है और शरीर को हाइड्रेट रखता है। क्रोनिक कब्ज को दूर करने के लिए पपीता और अलसी के बीज दोनों खाना चाहिए। ये दो सुपर फूड कब्ज को दूर करते हैं, आंतों को साफ करते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं। आइए जानते हैं कि अलसी और पपीता के बीज कब्ज को दूर करने में कैसे प्रभावी हैं।

पपीता कब्ज का उपचार कैसे करता है?
वेबएमडी ने बताया कि पपीता पाचन के लिए अमृत है। पपीता में बहुत सारे फाइबर हैं, जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और आंतों की गतिविधि को बढ़ाते हैं। पैपेन नामक एंजाइम पपीता में होता है, जो प्रोटीन को पाचन में मदद करता है और पाचन तंत्र को चालू रखता है। हर दिन पपीता खाने से शरीर हाइड्रेट रहता है और कब्ज नहीं होता। पपीता कब्ज को तोड़ता है और मल को मजबूत करता है। पपीता, जो विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर है, पाचन क्रिया को सुधारता है। कब्ज का इलाज आसानी से किया जा सकता है अगर आप पीपते को हर दिन नियमित रूप से खाते हैं।

अलसी के बीज कब्ज दूर करने के लिए एक सुपर फूड हैं। जब बात पोषक तत्वों की है, तो यह घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर से भरपूर है, जो कब्ज को कम करता है। ये फाइबर आंतों की सेहत को सुधारता है और मल को मजबूत बनाता है। पानी में भिगोने पर अलसी के बीज बढ़ते हैं और फैलते हैं। यह सीड्स आंतों में पानी को अवशोषित करते हैं और मल को मजबूत बनाते हैं, इससे स्टूल पास करना आसान होता है। इन सीड्स को खाने से शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, जिससे पाचन बेहतर होता है। ये ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरे सीड्स सूजन को नियंत्रित करते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं।

सामग्री: एक कप पका हुआ पपीता और एक चम्मच भिगोए हुए अलसी के बीज

जूसर में पपीता डालें और उसका जूस निकालें। जुस निकालने के बाद, भिगोए हुए अलसी के बीज को मिलाकर खाओ।

पपीते के चाट के साथ सीड्स खाएं: अलसी के बीज को पीसकर उसके ऊपर पपीते के टुकड़े डालकर पाउडर मिलाकर खाएं।

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